कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने काम नहीं करने वाले और बीजेपी और सरकार के खिलाफ नहीं बोलने वाले कांग्रेस नेताओं पर तंज कसा। अंबेडकर जयंती पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई गोष्ठी में डोटासरा ने कहा कि जूली साहब ने ठीक कहा कि ये सरकारें तोड़ देते हैं, आप बोलते नहीं हैं। किस बात का डर है आपको, जेल जाने का। भगत सिंह जैसो दीवाने तो जेल छोड़ो देश के फांसी पर चढ़ गए। आप और हम आने वाले कल के लिए, संविधान के लिए थोड़ी मेहनत और थोड़ा साहस नहीं कर सकते तो अपने आपको कांग्रेसी कहलाने का अधिकार नहीं है।
डोटासरा ने कहा— रस्मअदायगी से काम नहीं चलेगा। रस्म अदायगी ने देश में हमें 50 तक पहुंचा दिया,अभी सौ हैं। अगर हमें राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है तो सबको कंधा मिलाकर काम करना पड़ेगा।
गाड़ी पर नेम प्लेट लगाकर आधे घंटे मीटिंग में आकर खुद को नेता कहते हैं
डोटासरा ने कांग्रेस के निष्क्रिय नेताओं पर भी हमला बोला। कहा— केवल गाड़ी के आगे नेम प्लेट लगाकर और किसी मीटिंग में आधे घंटे आकर अपने आप को नेता कहते हैं तो यह ठीक नहीं है। हमें संविधान की रक्षा करनी है तो उठ खड़े होना होगा। लोगों के बीच जाना होगा। केवल बातों से काम नहीं चलता है। एक महीने तक संविधान रक्षा का अभियान चलेगा जो इसमें भाग लेगा वही नेता होगा। ऐसे काम नहीं चलेगा। अगर हमने विरोध नहीं किया तो इतिहास हमें माफ नहीं करेगा।
ऐसे तो विधानसभा का कार्यकाल भी दो साल बढाकर चुनाव आगे खिसका देंगे
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा— वन स्टेट वन इलेक्शन को लेकर कोई कानून में बदलाव नहीं किया इसके बावजूद प्रशासक लगा दिए। पांच साल में चुनाव करवाने के प्रावधान के बावजूद ये साल भर तक चुनाव आगे खिसका रहे हैं। यह क्या संविधान को नहीं तोड़ रहे? हयह संविधान का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं क्या? कुछ लोग इसलिए खुश हो रहे होंगे कि उनका 6 महीने 12 महीने कार्यकाल बढ़ गया। हिम्मत पैदा करो अच्छे काम करोगे तो दोबारा 5 साल के लिए आ जाओगे। यह संविधान में कहीं नहीं था कि जब आप मर्जी हो तब चुनाव करवाओगे। कल यह विधानसभा का कार्यकाल भी दो साल बढ़ा देंगे, राष्ट्रपति— राज्यपाल शासन लगा देंगे क्यों नहीं लगा लेंगे? यह बहुत खतरनाक है और यह लोकतंत्र को कमजोर करने की चाल है।
तीन महीने जो बैठक में नहीं आएगा उस पदाधिकारी की छुट्टी कर देंगे, केवल बातों से काम नहीं चलेगा, काम करना होगा डोटासरा ने कहा— कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आने वाले दिनों में खुद को फील्ड में झोंकना होगा। संविधान बचाने के अभियान में जो काम करेगा, फील्ड में खुद को झोंकेगा वही हमाारा नेता है। केवल बातों से काम नहीं चलता है। समय रहते सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना होगा। मंडल से लेकर हर स्तर की की बैठक लीजिए, जो पदाधिकारी तीन महीने बैठक में नहीं आया तो नया पदाधिकारी बना देंगे। हमें कॉल लेना पड़ेगा जो 3 महीने तक बैठक में नहीं आए तो उसको आराम करने की आवश्यकता है उसकी जगह दूसरे को पदाधिकारी बना देंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पानी पर लानत भेजी,केवल एक इक्सईएन को एपीओ करके इतिश्री कर ली डोटासरा ने कहा— सरकार में कोई काम ही नहीं हो रहा। पूर्व मुख्यमंत्री यह कह दे कि लानत हो सरकार पर कि पानी नहीं मिल रहा, लोग मर रहे हैं। इसके बावजूद एक एक्सईएन को एपीओ करके इतिश्री कर दे, ऐसी निकम्मी सरकार है। कांग्रेस के लोग जनता की आवाज नहीं बनोंगे तो कौन बनेगा?
राजनीतिक दुर्भावना से कांग्रेस कार्यकर्ता को हाथ लगाया तो ईंट से ईंट बजा देंगे
डोटासरा ने कहा— अगर किसी ने अपराध किया तो चाहे वह हमारी ही पार्टी का भी हो तो अरेस्ट कीजिए, लेकिन राजनीतिक दुर्भावना से किसी को परेशान किया तो मैं औ जूली साहब उस कार्यकर्ता के साथ खड़े मिलेंगे। राजनीतिक दुर्भावना से कांग्रेस कार्यकर्ता पर हाथ उठाया तो ईंट से ईंट बजा देंगे। डोटासरा ने कहा— कोटा में जनता के मुद्दों पर प्रदर्शन के दौरान हम पर केस किया। कुछ दिन पहले सीआईडी सीबी वालों ने कहा कि हम पूछताछ के लिए आपके घर आना चाहते हैं, हमने कहा नहीं, हम खुद आपके दफ्तर ही आ रहे हैं, गिरफ्तार कर लेना, हम खुद सीआईडी सीबी के दफ्तर गए। अगर हम ही उन्हें घर बुलाकर चाय कॉफी पिलाकर भेज देते तो कार्यकर्ता में क्या मैसेज जाता?
एक मुख्यमंत्री देव दर्शन और एक काम करने के लिए भी बना दीजिए
डोटासरा ने कहा— एक बार बीजेपी आलाकमान से भी कहूंगा कि आप लोगों ने पर्ची से मुख्यमंत्री तो बना दिए, ठीक है । एक मुख्यमंत्री तो देवदर्शन के लिए रख दो, लेकिन काम के लिए भी एक मुख्यमंत्री बना दो, इस मुख्यमंत्री से काम नहीं हो सकता। बीजेपी के हारे हुए लोग सीएमओ में बैठकर परिसीमन के नाम पर संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं। अगर समय रहते हुए हमने का विरोध नहीं किया तो अपने आप को माफ नहीं कर पाएंगे।
मंत्रियों के पावर तो राज्यपाल ने सीज कर रखे डोटासरा ने कहा- मुख्यमंत्री के पावर तो उपर वालों ने सीज कर रखे हैं और मंत्रियों के पावर हमारे राज्यपाल ने सीज कर रखे हैं। मंत्रियों को जौ बैठक करनी होती है वो तो राज्यपाल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री समीक्षा कर रहे हैं, किस बात की समीक्षा कर रहे हो। एक बार इसकी भी समीक्षा कर लो कि पर्ची सही थी या गलत, कम से कम राजस्थान का तो भला हो जाएगा।
