उदयपुर के खेरवाड़ा में पकड़े गए एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में हालत बिगड़ने के मामले में उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी ने कलेक्ट्री पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने बताया कि खेरवाड़ा पुलिस ने 19 वर्षीय युवक अभिषेक मीणा को बिना किसी पूर्व सूचना के जबरन घर से उठाया था। उसके बाद परिवार को बताया गया कि अभिषेक मीणा को एमबी हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती है। पुलिस इसमें संदेह के घेरे में है।
परिजनों के हॉस्पिटल पहुंचने पर पता चला कि युवक की हालत बेहद गंभीर है। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ संजीव राजपुरोहित ने बताया कि इस संबंध में उदयपुर आईजी राजेश मीणा को ज्ञापन देकर मामले में निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है। जिससे हकीकत पता चले। साथ ही पीड़ित को बेहतर इलाज दिलाने की भी मांग की गई। इस दौरान देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष कचरूलाल चौधरी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष फतह सिंह राठौड़, ऋषभदेव ब्लॉक अध्यक्ष रूपलाल मीणा, महिला कांग्रेस की शांता प्रिंस आदि मौजूद थे।
मां ने पुलिस पर लगाया था बेरहमी से मारपीट का आरोप दरअसल, खेरवाड़ा पुलिस ने लूट की योजना बनाने के आरोप में 17 अप्रैल को 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिनमें अभिषेक मीणा भी था। सभी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी थी, उससे पहले अभिषेक की हालत इतनी बिगड़ गई, उसे आज तक होश नहीं आया है। अभिषेक की मां लीलादेवी ने पुलिस द्वारा बेटे के साथ बेरहमी से मारपीट का आरोप लगाया।
जबकि पुलिस मारपीट जैसी बात को नकार रही है। मां ने बताया था कि बेटे के शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान हैं और गले में सूजन है। बेटे ने किसी की जान थोड़े ही ली है जो उसकी ये हालत कर दी। 2008 में पति की मौत के बाद से वह अकेले बेटे को पाल रही हैं। बेटा अभिषेक एमबी हॉस्पिटल के एमआईसीयू में भर्ती है और डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
