बागीदौरा (बांसवाड़ा) के भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल को 20 लाख की रिश्वत मामले में बुधवार को एसीबी कोर्ट ने जेल भेज दिया। कोर्ट ने विधायक के चचेरे भाई विजय पटेल को भी जेल भेजने के आदेश दिए।
वहीं पीए रोहित मीणा से पैसा लेकर छिपाने वाले जसवंत उर्फ लक्ष्मण मीणा और जगराम की दो दिन की रिमांड एसीबी को दी है। हालांकि एसीबी ने चारों की 4 दिन की रिमांड मांगी थी।
एसीबी ने बुधवार को चारों को कोर्ट के सामने पेश किया। एसीबी ने कोर्ट के सामने तर्क रखा कि अभी एसीबी को विधायक सहित तीनों से कई सवालों से जवाब लेने हैं। लेकिन, कोर्ट ने विधायक और विजय पटेल को जेल भेज दिया।
एसीबी ने कोर्ट में बताया- विधायक पटेल पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उनके मोबाइल में कई सबूत हैं। इस पर विधायक से और पूछताछ करनी है। विजय पटेल इस डील के बारे में कई बातें जानता है। दोनों को आमने-सामने बैठा कर कई बातें क्लियर करनी हैं।
जगराम और जसवंत से रोहित मीणा के बारे में पूछताछ करनी है। साथ ही पैसा कैसे किस चैनल तक उनके पास पहुंचा, इसकी पूरी टाइमिंग भी जाननी है।

20 लाख में 83 हजार रुपए कम मिले एसीबी ने जब 20 लाख रुपए से भरे बैग की तलाशी की तो उसमें 83 हजार रुपए एसीबी को कम मिले हैं। ये 83 हजार रुपए किसने बैग से निकाले, इसकी रिकवरी के लिए जगराम और जसवंत को रिमांड पर लिया है। जगराम और जसवंत अभी दोनों बैग पैक मिलने की बात कर रहे हैं। लेकिन, बैग से पैसा निकाला गया है।
एसीबी इसकी तस्दीक करने में लगी है कि पैसा बैग से विधायक आवास में निकला, या रास्ते में रोहित मीणा ने निकाला। या फिर रोहित के मामा जसवंत ने निकाला अथवा जिस जगराम के घर में पैसा छिपाया गया, उसने निकाला। एसीबी पैसे की रिकवरी के लिए और रोहित की तलाश के लिए दोनों को रिमांड पर लेकर आई है।
पैसा लेकर भागा पीए रोहित पकड़ से बाहर एसीबी पैसा लेकर भागे रोहित मीणा की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं। एसीबी ने रोहित के घर और संभावित ठिकानों पर दबिश दी। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।
विधायक जय कृष्ण पटेल भी एसीबी को रोहित के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। वह मंगलवार को गिरफ्तार हुए जगराम और जसवंत को भी पहचानने से इनकार कर रहे हैं।

एसीबी ने कहा- जांच में सहयोग नहीं कर रहे विधायक एसीबी की टीम को विधायक जयकृष्ण पटेल कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं। खनन के संबंध में जानकारी उन तक कैसे पहुंची, इसे लेकर विधायक से पूछताछ की जा रही है। विधायक नहीं बता रहे हैं कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र से 700 किलोमीटर दूरी पर चल रही खान के बारे में इतना कैसे जानते हैं। उन्हें आखिर किसने खान को लेकर इतनी जानकारी दी है। क्या रिश्वत के पैसे लेने में उनका भी कोई पार्टनर है या नहीं।
