मानव तस्करी विरोधी यूनिट और क्लॉक टावर थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बालश्रम कराने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक ही दुकान से 3 बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराकर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया, जहां से तीनों बच्चों को उनके परिजनों को सौंपा गया।
क्लॉक टावर थाना एसएचओ वीरेंद्र सिंह ने बताया- मानव तस्करी विरोधी यूनिट और क्लॉक टावर थाने की टीम ने केसरगंज गोल चक्कर पर कार्रवाई की। यहां स्थित शिव बैंगल्स फैंसी स्टोर पर तीन नाबालिग बच्चों से बालश्रम कराया जा रहा था। सूचना पर दी दबिश में तीनों बच्चे काम करते मिले।
इन नाबालिग बच्चों से ग्राहकों को चूड़ी दिखाने, दुकान पर झाडू-पोंछा लगाने, भारी भरकम सामान दुकान के पीछे बने गोदाम से दुकान तक लाने, शाम को वापस गोदाम में रखने जैसे भारी काम कराए जा रहे थे। ऐसे में पुलिस ने बालश्रम कराने के जुर्म में दुकानदारों सत्यनारायण और विष्णुनारायण को गिरफ्तार किया गया।
तीनों बच्चों के अभिभावकों को किया पाबंद
तीनों बच्चों को मुक्त कराकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। यहां बच्चों के बयान दर्ज किए गए। बयान में बच्चों ने बताया कि उन्हें 9 हजार रुपए में सुबह 10 से रात 9 बजे तक काम कराया जाता है। पेश किए बच्चों में एक बच्चा यूपी निवासी है, उसके माता पिता अजमेर में ही काम करते हैं।
ऐसे में उसे स्कूल की छुट्टी होने पर यहां काम पर भेज दिया गया। दो बच्चे आशागंज निवासी हैं। समिति ने तीनों के माता पिता को बुलाया और बच्चों को उनके सुपुर्द कर दिया। तीनों के माता पिता को अब काम नहीं कराने के लिए भी पाबंद किया।
