जयपुर के आरटीओ प्रथम ऑफिस की ओर से बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। माइनिंग ओवरलोडिंग के प्रकरणों में बकाया चालान राशि को लेकर अब तक की सबसे सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने बताया कि ई-रवन्ना के तहत बकाया प्रकरणों में दो हजार से ज्यादा ट्रकों के रजिस्ट्रेशन तीन महीने के लिए सस्पेंड किए जा सकते हैं। चालकों को 25 मई तक का अंतिम मौका दिया गया है। अगर तय तारीख तक चालान की रकम जमा नहीं करवाई गई तो इन वाहनों के पहिये थम जाएंगे।
आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया- ई-रवन्ना के तहत माइनिंग ओवरलोडिंग के मामलों में करोड़ों रुपए की वसूली बाकी है। विभाग ने पहले वाहन चालकों को राहत देने के लिए एमनेस्टी स्कीम भी चलाई थी, लेकिन इसके बावजूद चालान नहीं भरे गए। अब इन सभी बकाया मामलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
धारा 53 का नोटिस जारी, रोड पर नहीं चल सकेंगे सस्पेंड ट्रक
शेखावत ने बताया- संबंधित सभी वाहन स्वामियों को मोटर वाहन अधिनियम की धारा 53 के तहत नोटिस पहले ही भेजा जा चुका है। इस धारा के तहत वाहन का पंजीयन निलंबित किया जा सकता है। तय समय तक चालान की राशि नहीं चुकाने पर करीब दो हजार से ज्यादा वाहनों का रजिस्ट्रेशन तीन महीने के लिए सस्पेंड कर दिया जाएगा। इस दौरान ये वाहन रोड पर नहीं चल पाएंगे।
राजस्व वसूली के लिए चला रखा है अभियान
आरटीओ विभाग की टीम ने बकाया राजस्व प्रकरणों के खिलाफ अभियान शुरू कर रखा है। इसके तहत पहले चरण में उन्हीं ट्रकों को टारगेट किया जा रहा है, जिनका बकाया सबसे ज्यादा है। जिन्होंने बार-बार नोटिस मिलने के बावजूद जवाब नहीं दिया। विभाग की ओर से साफ कर दिया गया है कि अब चालान भरना ही एकमात्र विकल्प है, वरना वाहन संचालन पर रोक तय है।







