पूर्व कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने पोकरण के पूर्व एसडीएम की तरफ से लगाए गए आरोपों की ईमानदारी के साथ उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि उपखंड अधिकारी स्तर के अधिकारी की तरफ से राजनेताओं व उच्चाधिकारियों पर लगाए गए आरोप आमजन से जुड़े हुए हैं और काफी गंभीर हैं।
इन आरोपों से भाजपा सरकार के आमजन हितैषी होने के दावों की पोल खुल रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के भाई पर नदी-नालों की जमीन पर कब्जे करने के आरोप लगाए गए हैं। पोकरण में खुलेआम गरीबों के भूखंडों पर कब्जे किए जा रहे हैं।

जनता से जुड़े मुद्दों पर कार्रवाई करने से ट्रांसफर हुआ
पूर्व में एसडीएम ने पोकरण में फर्जी पट्टों की पूरी सूची सोशल मीडिया पर सार्वजनिक की थी। अब उनकी जांच किस प्रकार से होगी, यह बताया जाना चाहिए। पूर्व मंत्री ने कहा कि जब अधिकारी ने जनता से जुड़े मुद्दों पर कार्रवाई की तो उनका तबादला कर दिया गया।
सालेह मोहम्मद ने 10-15 रुपए सैकड़ा की दर से ब्याज वसूलने वाले सूदखोरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जरूरत बताई। अगर एक RAS अधिकारी आरोप लगा रहा है तो उसकी जांच भी हाईलेवल पर होनी चाहिए। इससे ये साबित होता है कि बीजेपी की सरकार में जनता त्रस्त है।
सोशल मीडिया पर RAS की पोस्ट के बाद बढ़ा विवाद
दरअसल, पोकरण के पूर्व एसडीएम प्रभजोत सिंह गिल का तबादला 8 मई को पोकरण से मुंडवा नागौर किया गया। जिसके बाद उन्होंने फेसबुक पर पोकरण के स्थानीय नेताओं और अधिकारियों की पोल खोली थी। जिसमें उन्होंने कई आरोप लगाए थे। इसके बाद RAS एसोसिएशन भी गिल के पक्ष में खड़ा हो गया और कलेक्टर पर कार्रवाई की मांग की।

आरएएस एसोसिएशन ने दी हड़ताल की चेतावनी
जैसलमेर कलेक्टर प्रतापसिंह नाथावत और पोकरण के एसडीएम रहे प्रभजोतसिंह गिल के बीच चले विवाद के बीच अब आरएएस एसोसिएशन भी आ गया है। एसोसिएशन ने सीधे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर कलेक्टर को वहां से हटाने एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग कर डाली है। साथ ही ऐसा नहीं होने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी है। उधर, पत्र को लेकर कार्मिक विभाग भी मामले की पड़ताल में जुट गया है।
SDM ने कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव के नाम लिखा पत्र
दरअसल, पोकरण SDM रहे प्रभजोत सिंह गिल का गत आठ मई को राज्य सरकार ने पोकरण से मूंडवा तबादला कर दिया था। इसके बाद उन्होंने कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव के नाम एक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने 2 मामलों में कलेक्टर पर सूदखोर के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने और सोलर कंपनी का फेवर लेने के आरोप लगाए थे।
पत्र में लिखा कि इसके लिए 27 अप्रैल को कलेक्टर ने फोन करके गिल को जैसलमेर बुलाया और अपने चैंबर में गिल पर दबाव बनाते हुए कहा कि सूदखोर एन.एस. है। फाइनेंस के मालिक देवेंद्र सिंह के खिलाफ प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करे। दूसरा मामला अप्रावा कंपनी से जुड़ा था, जिसकी तरफ से सांकड़ा क्षेत्र में सोलर टावर लगाए जा रहे हैं।
आईएएस प्रतापसिंह पर कार्रवाई की मांग की
राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष महावीर खराड़ी व महासचिव नीतू राजेश्वर ने सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर आईएएस प्रतापसिंह पर कार्रवाई की मांग की है। सीएम को लिखे पत्र में राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद ने लिखा है कि जैसलमेर कलेक्टर प्रतापसिंह का रवैया प्रभजोतसिंह गिल के खिलाफ शुरू से ही नकारात्मक रहा।
सीएम को लिखे पत्र में बताया कि पूर्व में भी कलेक्टर ने 3 अप्रैल को कलेक्ट्रेट सभागार में नाचना उपनिवेशन उपायुक्त मुकेश कुमार मीणा से भी अभद्र व्यवहार किया था। इस संबंध में राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद की ओर से 17 अप्रैल को भी पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
