नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) राजस्थान की ओर से “नशा मुक्त भारत” अभियान के तहत जयपुर और जोधपुर की संयुक्त टीमों ने टोंक में कार्रवाई करते हुए करीब 300 किलो गांजा पकड़ा है। गोपनीय सूचना के आधार पर एनसीबी की संयुक्त टीम ने 19-20 मई की रात को टोंक के सोनवा टोल प्लाजा पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
एनसीबी के जोनल निदेशक (जोधपुर-जयपुर) घनश्याम सोनी (आईआरएस) ने बताया- जोधपुर एनसीबी के पास महत्वपूर्ण इनपुट था। उसी आधार पर एनसीबी की टेक्निकल सर्विलांस यूनिट लगातार उस पर काम कर रही थी। इसी में टीम को पुख्ता जानकारी मिली, तब संयुक्त टीम ने टोंक के सोनवा टोल प्लाजा पर एक संदिग्ध ट्रक कंटेनर को रुकवाया।
जब इसकी बारीकी से तलाशी ली गई, तो उसमें एक विशेष रूप से निर्मित छुपा हुआ कक्ष मिला। जिसमें 290 पैकेटों में कुल 296.204 किलोग्राम गांजा छुपाकर रखा गया था। जब्त किए गए गांजे की अनुमानित बाजार कीमत 1.48 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

तीन तस्कर गिरफ्तार, नेटवर्क की जांच जारी
कार्रवाई के दौरान एनसीबी की टीम ने ट्रक के चालक और सह-चालक को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा, नशीले पदार्थों का प्राप्तकर्ता को भी धर दबोचा। सोनी के अनुसार इस ऑपरेशन में टोंक और सीकर जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने भी अहम भूमिका निभाई। अब गिरफ्त में आए तीनों बदमाशों से तस्करी के इस नेटवर्क की गहराई तक जांच कर गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
बिना पहचान बताए दे सकते हैं तस्करों की सूचना
एनसीबी के जोनल निदेशक सोनी ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे नशे की प्रवृत्ति को जड़ से समाप्त करने के लिए एनसीबी का सहयोग करें। यदि किसी के पास नशीले पदार्थों से जुड़ी कोई सूचना हो, तो वह MANAS पोर्टल या 1933 हेल्पलाइन नंबर पर गुप्त रूप से जानकारी दे सकता है। सूचनाकर्ताओं की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी और उन्हें उचित इनाम भी दिया जाएगा।
