स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 के पेपर लीक मामले में गुरुवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो वनरक्षक हैं, जिन्होंने लीक पेपर पढ़कर एग्जाम पास किया था। पेपर पढ़ने के लिए दलाल से 4 लाख रुपए में सौदा किया था।
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया- वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 के पेपर लीक मामले की एसओजी ने जांच की। जांच के दौरान 12 मार्च को कार्रवाई कर पेपर लीक मामले में आरोप कंवराराम जाट को अरेस्ट किया गया था। उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने वनरक्षक उमाराम और प्यारी कुमारी के 13 नवम्बर-2022 को हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर उदयपुर में एग्जाम से पहले ही पढ़ाया था।
पूछताछ में नाम सामने आने पर एसओजी ने गुरुवार को आरोपी वनरक्षक उमाराम (23) और प्यारी कुमारी (30) निवासी गुडामलानी बाड़मेर को अरेस्ट किया।
पेपर पढ़ने के दिए 4 लाख
पूछताछ में अरेस्ट दोनों वनरक्षकों से पेपर पढ़ने के लिए 4 लाख रुपए देना सामने आया। आरोपी वनरक्षक उमाराम ने लीक पेपर पढ़ने के लिए वांछित आरोपी जबराराम जाट को 1 लाख रुपए दिए थे। जबकि, आरोपी वनरक्षक प्यारी कुमार के भाई हीराराम ने अपनी बहन को पेपर पढ़ाने के लिए 3 लाख रुपए दिए थे। एसओजी वांछित आरोपी जबराराम जाट की तलाश में दबिश दे रही है।
दलाल को किया अरेस्ट एसओजी ने इसके अलावा मामले में पूर्व में अरेस्ट वनरक्षक टिमो के दलाल रमेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है। टिमो के भाई महेंद्र से पेपर पढ़ने के लिए दलाल रमेश ने 8 लाख रुपए लिए। अपने दोस्त कंवराराम चौधरी (स्टेशन मास्टर) के जरिए एनडी सारण को 7 लाख रुपए दिए।
