राजस्थान में गर्मी और लू के साथ आंधी-बारिश का भी दौर चल रहा है। प्रदेश में कल 7 शहरों (श्रीगंगानगर, बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर, पिलानी और वनस्थली) का तापमान 45 डिग्री से ज्यादा रहा।
गुरुवार शाम अचानक भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ के आस-पास मौसम बदला। भीलवाड़ में तेज आंधी-बारिश से पेड़ और घर में लगे सोलर प्लेट तक उखड़ गए। चित्तौड़गढ़ के साडास गांव में तेज हवा से दीवार गिरी और मां-बेटे की मौत हो गई।
शुक्रवार को प्रदेश के बीकानेर संभाग में गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। उदयपुर-कोटा संभाग में आंधी-बारिश की चेतावनी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अरब सागर में बने एक साइक्लोनिक सिस्टम के कारण 26-27 मई से पूरे राजस्थान में बारिश का दौर शुरू होगा, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।

भीलवाड़ा के शास्त्री नगर क्षेत्र में छत पर लगे सोलर सिस्टम उखड़ कर सड़क पर बिखर गए।

टोंक के दूनी तहसील के टोकरावास गांव में बुधवार को मथुरा देवी का मकान तेज आंधी के कारण धराशायी हो गया।
