कल देर शाम हुई तेज आंधी और बारिश के बाद भरतपुर और डीग जिले के कई इलाकों में काफी नुकसान हुआ है। कई लोगों के मकानों ढह गई। छप्परपोश मकान उड़ गए। निर्माणाधीन दीवारें ढह गई। बिजली के पोल और डीपी उखड़ गए। बड़े-बड़े पेड़ धराशाही हो गए। जिसके बाद पूरी रात बिजली नहीं आई। बारिश के बढ़ी उमस ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया। वहीं दूसरी तरफ पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम से अपील की है कि वह बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश देकर बिजली व्यवस्था को सुचारु करवाए।
पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए अपील करते हुए लिखा है कि कल शाम को तेज आंधी अंधड़ से बिजली के लट्ठे टूटने और ट्रांसफार्मर में खराबी के कारण भरतपुर और डीग जिले में बिजली का ढांचा पूरी तरह से चरमरा गया है। तेज चिलचिलाती धूप कर भीषण गर्मी से आमजन और बच्चे त्रस्त हैं। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ने लगी है बिजली की कटौती भी अधिक रूप से होने लगी है। मैं माननीय मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से आग्रह करता हूं। बिजली विभाग के अधिकारियों को तुरंत दिशा निर्देश देकर बिजली की व्यवस्था को सुचारू रूप से शुरू कराया जाए।
डीग जिले के जनुथर इलाके में कई बिजली के पोल गिर गए। कई पेड़ सड़कों पर गिर गए। जिससे रास्ते ब्लॉक हो गए। छप्परपोश मकान उड़ गए। कई लोगों के मकानों के टीनशेड उड़ गए। इसके अलावा एक दीवार ढहने से चार भेड़ मलबे में दब गई। जिससे उनकी मौत हो गई।
वहीं भरतपुर जिले के रूपवास इलाके में पाराशर मोटर्स के पीछे तेज आंधी की वजह से गुलाब सिंह के दो मंजिला मकान का हिस्सा गिर गया। इससे गुलाब सिंह को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। मकान गिरने के कारण करीब 40 पट्टियां टूट गई। घटना के दौरान पूरा परिवार बाजार गया हुआ था। आसपास के लोगों ने फोन कर उन्हें घटना के बारे में बताया। अगर कोई भी सदस्य मकान के अंदर होता तो, कोई बड़ा हादसा हो सकता था। आसपास के लोगों ने बताया कि जब मकान गिरा तो, बहुत तेज धमाके की आवाज आई। घटना के बाद पूरे मकान में दरारें आ गई हैं।
देखे आंधी के बाद नुकसान की फोटोज।





