राजस्थान पुलिस में रहते हुए गैंगस्टर आनंदपाल और लॉरेंस के लिए काम करने वाले बर्खास्त कमांडो प्रवीण को आज एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया है। सर्विस से निकलने के बाद आरोपी गैंग के साथ मिल कर काम कर रहा था। गैंगस्टर्स को व्यापारियों के नंबर उपलब्ध करवाता था। आरोपी के खिलाफ राजस्थान में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। चूरू पुलिस ने प्रवीण पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था।
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया- पुलिस के लिए सिरदर्द बना यह अपराधी कई संगीन मामलों में फरार था। आरोपी ने हालही में चूरू के एक होटल में की गई फायरिंग में भी शामिल था। बदमाश को चुरू जिले की कोतवाली थाना पुलिस को सौंप दिया गया है, जिससे पुलिस की टीम गहनता से पूछताछ कर रही है।
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम काफी समय से काम कर रही थी। लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं लग रहा था। इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। हमारी टीम ने अपनी पहचान गोपनीय रखते हुए बर्खास्त कमांडो प्रवीण के बारे में खुफिया जानकारी जुटाई। इसी दौरान हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र सिंह को जानकारी मिली की आरोपी शनिवार को चूरू जिले की राजगढ़ रोड पर आने वाला है। इस पर टीम एक्टिव की गई। उसे आज 21 जून को गिरफ्तार किया गया।

प्रवीण कमांडो का खाकी से खाकी के खिलाफ का सफर
दिनेश एमएन ने बताया- आरोपी गैंगस्टर प्रवीण सिंह जोड़ी (43) पुत्र भगवान सिंह चूरू के भालेरी थाना स्थित गांव जोड़ी का रहने वाला है। जो कभी पुलिस विभाग का ही हिस्सा था। साल 2001 में झालावाड़ में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था। लॉरेंस गैंग के मुख्य शूटर अंकित भादू को शरण देने और कुख्यात आनंदपाल गैंग से सक्रिय रूप से जुड़े होने के कारण उसे पुलिस सेवा 22 मई 2019 से बर्खास्त कर दिया गया था।
बर्खास्त होने के बाद प्रवीण जोड़ी ने अपराध की दुनिया में अपनी जड़ें गहरी कर लीं। वह आनंदपाल सिंह गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करने लगा। उसका काम में व्यापारियों के मोबाइल नंबर रोहित गोदारा और वीरेंद्र जैसे गैंगस्टरों को उपलब्ध कराना शामिल था। इसके बाद ये गैंगस्टर्स व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती वसूलते थे। आरोपी प्रवीण के खिलाफ श्रीगंगानगर जिले के थाना जवाहर नगर एवं लालगढ़ में अपराधियों को शरण देने के तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।

दरअसल, एजीटीएफ की टीम ने कुछ समय पहले जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू जोड़ी को गिरफ्तार किया था। जितेन्द्र सिंह भी जोड़ी गांव का ही रहने वाला है। जिससे AK-47 राइफल मैगजीन सहित और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए थे।
होटल सनसिटी फायरिंग मामले में था इनामी
चूरू में फायरिंग की घटना के बाद 18 अगस्त 2024 को कस्बे में स्थित होटल सनसिटी के कर्मचारी मन्जत अली (35) ने थाना कोतवाली चूरू में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ जान से मारने की नीयत से फायरिंग का मुकदमा दर्ज करवाया था। मन्जत अली के अनुसार 17 अगस्त 2024 की रात लगभग 10 बजे जब वह होटल में काम कर रहा था। तभी दो अज्ञात लड़के बाइक पर आए। होटल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमे वह और उसके साथी बाल-बाल बच गये। उसके व होटल स्टाफ के शोर मचाने पर हमलावर फरार हो गए। इस संगीन मामले में प्रवीण जोड़ी पर चूरू एसपी द्वारा 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
