रानोली| कस्बे से मीणा की ढाणी जाने वाला रास्ता इनायत गज के पास कीचड़ से भरा है। हालत यह है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे भारी वाहन भी फंस रहे हैं। पूर्व सरपंच रामलाल मीणा ने बताया कि यह ढाणी करीब 60 साल पहले बसाई गई थी। गांव में जगह कम पड़ने पर लोग यहां आकर बसे थे। ढाणी मुख्य सड़क से सिर्फ एक किलोमीटर दूर है, लेकिन आज तक पक्का रास्ता नहीं बना।
लोगों को खेतों एवं घरों तक जाने के लिए ट्रैक्टर ही एकमात्र साधन है। अब वह भी इस रास्ते में फंसने लगा है। बाइक, कार तो दूर, पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है। ढाणी निवासी किशनगोपाल मीणा और अशोक मीणा ने बताया कि बुधवार को लगे शिविर में रास्ते की शिकायत की गई। ग्राम विकास अधिकारी अंबालाल गुर्जर ने शिविर प्रभारी को बताया कि पंचायत के पास बजट नहीं है, इसलिए रास्ता नहीं सुधारा जा सकता। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि जब पंचायत के पास बजट ही नहीं है, तो शिविर क्यों लगाया गया। शिविर में गांव की सीसी रोड पर गड्ढे, ढाणियों के रास्तों में पानी भरने जैसी कई शिकायतें सामने आईं। शिविर प्रभारी नायब तहसीलदार रानोली ने ग्राम विकास अधिकारी को समस्या समाधान के निर्देश दिए। लेकिन अधिकारी ने मौके पर ही बजट का हवाला देकर किसी भी कार्रवाई से इनकार कर दिया।
