उदयपुर में 55 साल की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड से पहले वीडियो बनाया जिसमें विभाग के अफसरों पर टॉर्चर करने के आरोप लगाए। बेटे ने पुलिस को बताया कि अधिकारी मां के स्थान पर किसी और की नियुक्ति करना चाहते थे। मां से नौकरी बचाने की एवज में डेढ़ लाख रुपए की डिमांड की जा रही थी।
घटना उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात 10 बजे के करीब देहलीगेट हनुमान मंदिर की है। महिला ने यहीं जहर खाकर वीडियो बनाया और बेटे को कॉल कर जहर खाने की बात बताई। मौके पर पहुंचे परिजन महिला को जिला हॉस्पिटल ले गए जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन भी हॉस्पिटल पहुंचे जहां परिजन ने अधिकारियों की शिकायत की।

बेटे को कॉल कर बताया- जहर खा लिया
धानमंडी पुलिस ने बताया- अंजुबाला (55) पत्नी रतनलाल दलाल उदयपुर में सज्जनगढ़ रोड भीलू राणा आंगनवाड़ी में कार्यरत थीं। वे राताखेता श्रीजी पब्लिक स्कूल के पास रहती थीं। शुक्रवार देहलीगेट हनुमान मंदिर के पास से उन्होंने बेटे अनमोल दलाल को कॉल किया।
अंजुबाला ने बेटे को बताया कि उन्होंने जहर खा लिया है। परिवार के लोग तुरंत देहलीगेट मंदिर पहुंचे। वहां मां बेसुध हालात में मिली। उन्हें वे जिला हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
बेटे अनमोल दलाल ने आरोप लगाया- आंगनबाड़ी में काम को लेकर मां अंजुबाला को विभाग के अधिकारी अतिका अहमद, शारदा बंशीवाल, जया वीरवाल, दिनेश मीणा ने मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहे थे। वे मां के स्थान पर अपने चहेते को नियुक्त करना चाहते थे। मां से कहते थे कि नौकरी करने है तो डेढ़ लाख रुपए देने होंगे। इससे मां बहुत परेशान थी। उन्होंने यह बात मुझे भी बताई और वीडियो बनाकर भी कही।

वीडियो आया सामने, बोली-मानसिक रूप से परेशान किया
बेटे अनमोल दलाल ने मामले की रिपोर्ट धानमंडी थाने में दर्ज कराई। महिला के परिजन ने उच्च अधिकारियों को प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की। धार्मिक भेदभाव का भी आरोप लगाया। परिजनों ने पुलिस को महिला का वीडियो उपलब्ध कराया है।
जिसमें वह अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर जहर खाकर सुसाइड करने की बात कह रही है। अपने विभाग के अफसरों पर गंभीर आरोप भी लगाए। कहा कि अफसरों ने मानसिक रूप से इतना परेशान कर दिया कि मजबूरी में आत्महत्या कर रही हूं। घटना के विरोध में शुक्रवार रात उदयपुर जिला अस्पताल में लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया।
जया-शारदा बंशीवाल दोनों बूआ-भतीजी ने बहुत प्रताड़ित किया: बेटी
मृतक महिला की बेटी निशा पितलिया ने बताया कि जया वीरवाल (भतीजी) और शारदा बंशीवाल (बूआ) दोनों बूआ-भतीजी हैं। दोनों महिला एवं बाल विकास विभाग में सुवरवाइजर हैं। दिनेश मीणा विभाग में बाबू है और अतीका अहमद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है। इन लोगों ने मेरी मां को बहुत प्रताड़ित किया। कई बार मेरी मां उनके साथ ही पीड़ा बताती थी कि मुझे ये लोग बहुत परेशान करते हैं।
मुझे हटाकर किसी ओर को कार्यकर्ता को लगाने का दबाव बना रहे हैं। निशा ने बताया कि हम तीन बहन और एक भाई हैं। जिसमें मैं सबसे छोटी बेटी हूं। तीनों बहनों की शादी हो गई। भाई और पिताजी कुछ नहीं करते। ऐसे में मां के पैसों से ही घर खर्च चलता था।
शव नहीं उठा रहे परिजन, आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़े इधर, एमबी हॉस्पिटल मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने अभी तक शव नहीं उठाया है। परिजन और उनके रिश्तेदार विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि मृतक महिला ने मरने से पहले जिन आरोपियों का नाम लिया है उनकी जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती। तब तक शव नहीं उठाएंगे।
