बरकत नगर में अर्जुन नगर फाटक के पास शनिवार रात करीब 11:30 बजे एक 24 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत हो गई। युवक बाइक पर सवार था और सड़क किनारे बने गड्ढे में गिर गया। इसी दौरान बचने के लिए जैसे ही बिजली के पोल को पकड़ा तो करंट की चपेट में आ गया। इससे मौके पर उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार मृतक अजय सिंह (24), निवासी बरोली छार, नदबई (भरतपुर) है। वह अपने छोटे भाई संदीप सिंह के साथ अहिंसा मार्ग पर किराए के कमरे में रहता था और त्रिवेणी नगर स्थित कैफे में काम करता था, रात को वहीं से लौट रहा था।
चश्मदीद- उठाने लगे तो करंट का पता चला
घटना के चश्मदीद गोविंद सिंह राठौड़, निवासी अहिंसा मार्ग, ने बताया कि वह अपने घर की बालकनी में खड़े थे, तभी उन्होंने बाइक सवार को गिरते देखा। नीचे आकर जब अन्य लोगों के साथ युवक को उठाने लगे, तो उन्हें करंट का झटका लगा। इसके बाद बजाज नगर थाने और बिजली विभाग को फोन किया गया। बिजली विभाग की टीम ने बिजली आपूर्ति बंद की, तब शव को हटाया जा सका।
घर में इकलौता कमाने वाला था अजय, दिवाली के बाद शादी थी
दीपावली के बाद घर में शादी की खुशियां गूंजने वाली थीं। एक महीने पहले ही सगाई हुई थी। मां की आंखों में बेटे को दूल्हा देखने का सपना पल रहा था। वह गांव में थीं और बेटे की शादी की तैयारियों में जुटी थीं, लेकिन सरकारी लापरवाही से ये सपने करंट के एक झटके जल गए।
पिता की हो चुकी मौत, छोटा भाई पढ़ रहा अजय सिंह त्रिवेणी नगर के एक कैफे में नौकरी करता था। आठ साल पहले पिता की मौत हो चुकी थी और घर की पूरी जिम्मेदारी अजय के कंधों पर थी। छोटा भाई पढ़ाई कर रहा था।
आधार कार्ड से हुई पहचान
युवक के पास से आधार कार्ड और मोबाइल मिला, जिससे उसकी पहचान की गई। आधार कार्ड में गांव का पता दर्ज था। पुलिस ने नदबई थाना पुलिस को सूचना देकर परिजनों तक जानकारी पहुंचाई। रात 12:30 बजे छोटे भाई संदीप को परिवार से फोन पर हादसे की सूचना मिली।
एक माह में दूसरी मौत
बजाज नगर थाना क्षेत्र में ही 28 जुलाई को केंद्रीय विद्यालय नंबर-1 के पास एक प्रतियोगी छात्र विकास विश्नोई की भी इसी तरह करंट से मौत हो चुकी है। तब भी विभागों ने वादा किया था कि ‘सिस्टम ठीक करेंगे’, लेकिन नतीजा सामने है।
बेशर्म सिस्टम की संवेदनाएं भी मृत हो चुकी हैं; जिम्मेदारों के जवाब सुनिए
“डिस्कॉम बोला- पोल हमारा, करंट निगम की रोड लाइट से आया; हादसे वाला पोल हमारा है। करंट डिस्कॉम की लाइन चालू करने से नहीं, निगम की रोड लाइट चालू करने से आया।”
– संदीप सहगल, जयपुर डिस्कॉम के एईएन
“निगम का जवाब- हमारा एक ही तार, डिस्कॉम की 5 लाइनें; पोल से डिस्कॉम की 5 लाइनें गुजर रही हैं, जबकि निगम की सिर्फ एक ही तार है। पोल पर लगे इंसुलेटर पंचर होने से करंट फैला।”







