वन,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने कहा कि “हरियालो राजस्थान’’ अभियान केवल वृक्षारोपण तक सीमित न रहे बल्कि पौधों की देखभाल एवं संरक्षण को भी प्राथमिकता बनाना होगा।पौधारोपण तभी सार्थक है जब वे वृक्ष बनकर पीढ़ियों तक पर्यावरण और समाज को लाभ पहुंचाएँ।इसलिए लगाए गए प्रत्येक पौधे का जीवन सुरक्षित करना हमारी साझा जिम्मेदारी है।
वनमंत्री संजय शर्मा जोधपुर स्थित मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर के सभागार में जोधपुर एवं फलौदी जिले के वन एवं पर्यावरण विभाग तथा विज्ञान एवं प्रौधोगिकी विभाग की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल भी उपस्थित रहे।उन्होंने निर्देश दिए कि रीको,जेडीए एवं नगर निगम की ड्रेनेज व्यवस्था में जवाबदेही तय की जाए।जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्यों की पारदर्शिता एवं गुणवत्ता सुनिश्चित हो।
हरियालो राजस्थान अभियान संरक्षण पर विशेष बल
वनमंत्री संजय शर्मा ने जिले को मिले पौधारोपण लक्ष्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को पौधों के रखरखाव की नियमित मॉनिटरिंग करने और त्रिस्तरीय मूल्यांकन प्रणाली को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।उन्होंने शिक्षा विभाग को विद्यालय स्तर पर विशेष पहल करने और पौधारोपण संबंधी डाटा पोर्टल पर समय पर अपडेट करने के निर्देश दिए।
उन्होंने 2024-25 एवं 2025-26 की बजट घोषणाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा करते हुए कार्यों में तेजी लाने पर जोर दिया।साथ ही उन्होंने वन क्षेत्र में ऐतिहासिक महत्व के भवनों के जीर्णाेद्धार एवं पर्यटन को बढ़ावा देने वाले विकास कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
प्रदूषण नियंत्रण और खनन इकाइयों पर सख्त कार्यवाही
साथ ही वनमंत्री संजय शर्मा ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को औद्योगिक क्षेत्रों में कचरा निस्तारण और जल प्रदूषण की रोकथाम पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जोजरी नदी या रेजिडेंशियल एरिया में रंगाई-छपाई से जल प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।किसानों की फसलों को हानि पहुँचाने वाली इकाइयों से पीड़ितों को समय पर मुआवजा भी दिलवाया जाए।उन्होंने खनन इकाइयों द्वारा नियमों का उल्लंघन कर प्रदूषण फैलाने पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई करने को कहा और निर्देश दिए कि अवैध माइनिंग व क्रेशर गतिविधियों पर तुरंत व प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित की जाए।
वन्यजीव संरक्षण और नवाचार पर जोर
बैठक में वन मंत्री ने जिले के वन्यजीवों की सुरक्षा एवं घायल वन्यजीवों के त्वरित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।वन विभाग ने कहा कि विभागीय नर्सरियों में देसी खाद उत्पादन का नवाचार किया जा रहा है,जिससे किसानों और आमजन को लाभ मिलेगा। साथ ही,जूलीफ्लोरा प्रभावित क्षेत्रों में रोकथाम प्रयासों की समीक्षा कर आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिए।







