जोधपुर के बासनी थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी से लोनशुदा प्लॉट बेचकर 10 लाख रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। पीड़िता को प्लॉट की रकम चुनाव चुकाने के बाद अब लोन की किश्ते भी अदा करनी पड़ रही हैं।
सांगरिया फाटा निवासी शारदा पत्नी वीरेंद्र ने न्यायालय परिवाद के जरिए बासनी थाने में दी रिपोर्ट में बताया है कि उसने जेतीदेवी पत्नी हमीराराम से 23 अप्रैल 2024 को संगरिया में एक प्लॉट 22,50000 खरीदना तय किया जिसमें से ₹300000 जेतीदेवी ने नगद लिए और₹100000 चेक से दिए गए ।बाकी रकम बैंक से लोन लेने के बाद चुकाने की बात हुई।
बैंक को लोन के लिए अप्लाई करने हकीकत पता चली
जब पीड़िता ने मकान पर लोन के लिए बैंक में अप्लाई किया तो पता चला इस पर पहले से ही जेना स्मॉल फाइनेंस बैंक से लोन चल रहा है जिसको जमा कराया बगैर दूसरी बैंक लोन नहीं दे सकती। इस पर पीड़िता ने जेतो देवी और उसके पति को इसके बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही अपना लोन चुकाकर एनओसी प्राप्त करके आपको रजिस्टर्ड बेचाननामा करवा देंगे।
इसके बाद आरोपियों ने कहा कि हमने लोन जमा करवा दिया है और कोर्ट में आपका नाम रजिस्ट्री करवा देते हैं और एक लाख से अस्सी हजार रुपए प्राप्त किया जबकि रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्री की बजाय केवल वसीयतनामा रजिस्टर्ड करवाया गया। इसके बाद पीड़िता मकान में रहने लगी।
घर से बाहर निकालने की धमकी
27 नवंबर 2024 को जेना फाइनेंस बैंक के कर्मचारी घर पर आए और उसको खाली करने के दबाव बनाया । फिर पीड़िता ने बैंक कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि 1 लाख 75000 रुपए अदा करने के बाद मकान खाली नहीं करवाया जाएगा और इसके साथ 23000 रुपए मासिक किस्त आपको देनी होगी। इस पर पीड़िता ने हमीराराम को बुलाया तो उसने कहा कि बैंक से कोई गलती हो गई है ,आप एक बार राशि जमा करवा दें। फिर उसने बैंक में एक लाख 75000 जमा करवाए और तब से हर माह लोन की किश्स चुकानी पड़ रही है।
पीड़ित के अनुसार अब आरोपी उसे मकान खाली करवाने के लिए धमका रहे हैं। उससे करीब 10 लाख की राशि धोखाधड़ी की नीयत से हड़प ली गई और अब घर से बाहर निकालने की धमकियां भी दी जा रही है।







