केन्द्र सरकार द्वारा जीएसटी स्लैब में की गई कटौती और दरों में कमी का फैसला सोमवार से लागू होगा। इसी के मद्देनजर राज्य सरकार 22 से 29 सितम्बर तक जीएसटी बजट उत्सव मनाएगी। इस जन-जागरूकता कार्यक्रम को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा ने आज वीसी के जरिए मंत्री और विधायकों की बैठक ली।
अभियान का उद्देश्य उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाना- मुख्यमंत्री
बैठक में सीएम ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य जीएसटी दरों में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के साथ ही व्यापारी वर्ग को प्रेरित करना है। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में किए गए सरलीकरण से गरीब, किसान, मध्यम वर्ग, व्यापारी और उद्योगपतियों सहित समाज के सभी वर्गों को सीधा लाभ मिलेगा।
जनप्रतिनिधि आमजन और व्यापारियों को करें जागरूक- मुख्यमंत्री सीएम ने बैठक में मंत्रियों और विधायकों को निर्देशित करते हुए कहा कि अभियान की अवधि के दौरान वे अपने-अपने क्षेत्रों में जीएसटी बचत उत्सव का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए आमजन को इस संबंध में जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि स्थानीय बाजारों में जाकर दुकानदारों को जीएसटी दरों में कमी से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दें तथा उन्हें इसका लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए प्रेरित करें।
होर्डिंग्स, बैनर एवं स्टीकर्स के माध्यम से भी जीएसटी बचत उत्सव का प्रचार-प्रसार करें।
उन्होंने कहा कि सभी प्रभारी मंत्री जिलों में व्यापारी संघों, चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं कर संघों के साथ बैठक आयोजित कर वार्ता करें तथा सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों के माध्यम से अभियान का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें।

अधिकांश वस्तुओं के लिए अब दो जीएसटी स्लैब मुख्यमंत्री ने कहा कि वन नेशन वन टैक्स प्रणाली की ओर बढ़ते हुए देश में साल 2017 में जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लागू किया गया था। इसमें 5, 12, 18 व 28 प्रतिशत की चार अलग-अलग टैक्स स्लैब थी। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर जीएसटी सुधारों की घोषणा की।
जिसकी अनुपालना में अब 22 सितम्बर से देश में मुख्य रूप से दो दरें 5 प्रतिशत व 18 प्रतिशत प्रभावी हो रही हैं। केवल विलासिता से संबंधित वस्तुओं पर ही 40 प्रतिशत टैक्स दर लागू होगी।
उन्होंने कहा कि इस कदम से दैनिक उपयोग की अधिकांश वस्तुएं सस्ती होंगी और आमजन को बड़ी राहत मिलेगी।







