रायसर में वनकर्मियों से विवाद के बाद कुशलपुरा निवासी विक्रम मीणा की आत्महत्या के मामले में एक नया मोड़ आया है। रायसर थाने में एक और मामला दर्ज किया गया है। यह मामला थाना प्रभारी हरदयाल मीणा ने जमवारामगढ़ के पूर्व विधायक गोपाल मीणा सहित करीब 24 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया है।
धरना-प्रदर्शन कर थाने में घुसने के प्रयास का लगा आरोप
दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, इन सभी नामजद लोगों पर धरना प्रदर्शन कर रही भीड़ को उकसाने और थाना परिसर में घुसने का प्रयास करने का आरोप है। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और उन्हें खदेड़ दिया।
उग्र भीड़ ने विधायक के गनमैन की पिस्टल छीनने की कोशिश की
थानाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि उग्र भीड़ ने विधायक के गनमैन की पिस्टल छीनने की कोशिश की थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के लिए रिपोर्ट एससी-एसटी सेल के उपाधीक्षक को सौंप दी है।
इस बीच, पूर्व विधायक गोपाल मीणा और अन्य आरोपियों ने पुलिस पर विधायक के इशारे पर रिपोर्ट दर्ज करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एफआईआर में उन लोगों के नाम भी शामिल किए गए हैं जो मौके पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पहले हुए समझौते में इस प्रकरण में किसी प्रकार की पुलिस कार्रवाई न करने की सहमति बनी थी।
जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी ने इस संबंध में कहा है कि “कार्यवाही नहीं करने के लिए किसी को भी नहीं कहा गया था। बेगुनाह और निर्दोष लोगों पर कार्यवाही नहीं होगी।”







