भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम SMS हॉस्पिटल के घूसखोर डॉक्टर मनीष अग्रवाल के ठिकानों पर सर्च कर रही है। जांच में मनीष अग्रवाल के बैंक लॉकर से 900 ग्राम सोने (करीब 1 करोड़) की ज्वेलरी मिली है।
एसीबी पूछताछ में घूसखोर डॉक्टर ने कहा- मेरे से जलने वालों ने मेरी शिकायत की है। एसीबी को शक है कि डॉक्टर गुमराह कर रहा है।
दरअसल, एसीबी टीम ने 9 अक्टूबर को न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के HOD और SMS मेडिकल कॉलेज के एडिशनल प्रिंसिपल डॉक्टर मनीष अग्रवाल को अरेस्ट किया था।
गोपालपुरा स्थित मकान पर पेशेंट देखते समय डॉक्टर मनीष अग्रवाल को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा था। एसीबी ट्रैप के दौरान बचने के लिए उसने हेड कॉन्स्टेबल को ले- देकर मामला सुलटाने की पेशकश भी की थी।

एसएमएस प्रिंसिपल का काफी क्लोज बताया
पूछताछ में सामने आया है कि डॉ. मनीष अग्रवाल ने खुद को एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.दीपक माहेश्वरी का काफी क्लोज बताया है। इसके साथ ही घूसखोर डॉक्टर मनीष अग्रवाल का कहना है कि मेरे से जलने वालों ने एसीबी में मेरी शिकायत की है।
मेरे को बड़ी जिम्मेदारियां मिलते देखकर उनसे राह नहीं गया। एसीबी को शक है कि इसके अलावा भी घूसखोर डॉक्टर मनीष अग्रवाल के कई और बैंक लॉकर हो सकते हैं।

क्या है मामला
दरअसल, प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल के डॉक्टर पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने 9 अक्टूबर को बड़ी कार्रवाई की थी।
ACB ने न्यूरो सर्जरी विभाग के HOD और SMS मेडिकल कॉलेज के एडिशनल प्रिंसिपल डॉक्टर मनीष अग्रवाल को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। एसीबी की टीम जब कार्रवाई करने पहुंची तो डॉ. मनीष के कर्मचारी जगत ने रिश्वत की रकम घर के पास एक खाली प्लॉट में फेंक दी थी।
पुलिस ने डॉक्टर के कर्मचारी जगत को भी गिरफ्तार किया था। एसीबी की टीम ने रिश्वत की रकम को प्लॉट से बरामद कर लिया था।







