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बीच-रिसोर्ट की फर्जी वेबसाइट से करोड़ों की ठगी:गूगल बिजनेस अकाउंट बना लेते, बुकिंग का फोन ठगों के पास आता था; 2 भाई निकले मास्टरमाइंड

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शादियों और टूरिस्ट सीजन में ठग नई-नई तकनीक से लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। इस बार ठगों ने बीच रिसोर्ट की फर्जी वेबसाइट बना कर 1 साल में 100 से ज्यादा लोगों से 2 करोड़ की ठगी कर ली। आरोपियों ने पश्चिम बंगाल के 4 होटलों के नाम से वेबसाइट बनाई और इसके जरिए फर्जी बुकिंग कर लोगों को ठगा।

ये साइबर ठग हूबहू वेबसाइट की कॉपी कर उसे गूगल बिजनेस अकाउंट पर रजिस्टर्ड कर लेते थे। जैसे ही बुकिंग का कॉल आता, उनसे होटल रिसेप्शनिस्ट बनकर कॉल करते और बुकिंग अमाउंट ले लेते। इसके बाद फोन ही उठाना बंद कर देते। असली रिसोर्ट मैनेजर के पास लोग इस ठगी की शिकायत करने पहुंचे तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस मामले में 2 सगे भाइयों को राजस्थान से अरेस्ट किया।

मामला डीग के सीकरी पुलिस थाना इलाके के बेला गांव का है। बंगाल से आई पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से 2 भाइयों को पकड़ा। पश्चिम बंगाल पुलिस दोनों को अपने साथ पूर्वा मेदनीपुर ले गई है।

पश्चिम बंगाल के पूर्वा मेदनीपुर कोतवाली के ASI आकाश यादव ने बताया- मामले में दो सगे भाई जावेद (30) और अमजद (26) को 1 नवंबर को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड पर पश्चिम बंगाल ले कर आई है। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह देश के कई नामी होटल-रिसोर्ट की फर्जी वेबसाइट बना चुके हैं। जिनसे वह 2 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की ठगी कर चुके हैं।

अब पढ़िए ठगी का पूरा मामला

पश्चिम बंगाल के पूर्वा मेदनीपुर कोतवाली के ASI आकाश यादव ने बताया- मेदिनीपुर में स्थित लग्जरी अमर ट्री रिसोर्ट के मैनेजर सौरविक चतुर्वेदी ने 11 मई 2025 को शिकायत दी थी।

इसमें बताया- उनके होटल की हूबहू वेबसाइट बना कर कोई ठगी कर रहा है। ठगों ने गूगल बिजनेस अकाउंट बना कर अपने नंबर उस पर डाल दिए थे। इसके बाद जैसे ही टूरिस्ट कॉल करता ठग उन्हें रिसेप्शनिस्ट बनकर होटल की बुकिंग ले लेते और अपने अकाउंट में रुपए जमा करवा लेते। जब कुछ ग्राहक फर्जी बुकिंग होने पर रिसोर्ट आये तो, उन्हें इसके बारे में पता लगा।

तस्वीर, जावेद और अमजद की है। दोनों को पश्चिम बंगाल पुलिस गिरफ्तार कर ले गई थी।
तस्वीर, जावेद और अमजद की है। दोनों को पश्चिम बंगाल पुलिस गिरफ्तार कर ले गई थी।

डीग से ठगी होने का इनपुट मिला था

पश्चिम बंगाल पुलिस पिछले 5 महीने से आरोपियों की तलाश में भी थी। इसके बाद उन्हें आरोपियों के बंगाल से 1400 किमी दूर बैठे डीग में होने का इनपुट मिला। जब पुलिस ने फर्जी वेबसाइट पर जुड़े नंबरों का पता किया तो, वह नंबर डीग जिले में सीकरी थाना इलाके के पाए गए। इस पर पश्चिम बंगाल पुलिस सीकरी पहुंची और, लोकेशन के आधार पर बेला गांव में दबिश दी।

पश्चिम बंगाल और सीकरी पुलिस ने बेला गांव में दबिश देकर साइबर ठग दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया।

कंपनियां हायर करते हैं ठग

साइबर एक्सपर्ट अनिल जसूरिया ने बताया- साइबर ठग लगातार ठगी को लेकर अपना पैटर्न बदल रहे हैं। जो साइबर ठग फर्जी वेबसाइट बनाते हैं। वह ऐसी कंपनियों से कांटेक्ट करते हैं। जो उस साइट को सर्चिंग में टॉप फाइव में या पहले नंबर ला देती हैं। आजकल गूगल बिजनेस अकाउंट से भी फर्जी नाम पते रजिस्टर कर फ्रॉड केस सामने आ रहे हैं।

3 पॉइटंस में समझिए कैसे करते थे ठगी

1. पश्चिम बंगाल पुलिस के अनुसार, ठगों से अब तक की पूछताछ में सामने आया कि दोनों 1 साल से ठगी कर रहे हैं। अब तक पश्चिम बंगाल के 4 होटलों की वेबसाइट बना चुके हैं। करीब सालभर में दोनों भाइयों ने 2 करोड़ की ठगी की है।

2. पूछताछ में सामने आया कि दोनों राजस्थान से दूर किसी लग्जरी रिसोर्ट को निशाना बनाते थे। रिसोर्ट के नाम की थी वेबसाइट की एक फर्जी वेबसाइट बना लेते। उस वेबसाइट को गूगल बिजनेस पर रजिस्टर्ड कर लेते थे। इसके बाद गूगल बिजनेस के सभी स्टेप को भरकर इसमें अपना नंबर बुकिंग के लिए डाल देते।

3. टूरिस्ट जैसे ही बुकिंग के होटल का नाम सर्च करते उन्हें वेबसाइट से पहले गूगल बिजनेस पर होटल का नाम दिखाता था। ऐसे में, ठग उनसे बुकिंग अमाउंट लेकर फोन बंद कर लेते थे।

पश्चिम बंगाल के तीन और बड़े होटल के नाम से फर्जी वेबसाइट

पूछताछ में दोनों आरोपी भाइयों ने पश्चिम बंगाल के तीन होटल बताए हैं। जिनके नाम से आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट बनाई हुई थी। जिसमें पहला होटल पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर स्थित ADB कैनवास होटल है। जिसके नाम से आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट बनाई हुई है। इसके अलावा एक्वा मरीन होटल के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई हुई है। तीसरा ST एप्पल होटल जिसके नाम से आरोपियों ने फर्जी आईडी बनाई हुई है।

अब पश्चिम बंगाल पुलिस को अंदेशा है कि आरोपियों ने और भी बड़े होटल के नाम से फर्जी आईडी बनाई हुई है। जिनसे वह ठगी करते थे। होटल के नाम पता करने के बाद पुलिस सभी होटल संचालकों से कॉन्टैक्ट करेगी।

M 24x7 News
Author: M 24x7 News

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