सीकर में संचालित प्राइवेट कोचिंग की स्कॉलरशिप एग्जाम करवाने के नाम पर दो फर्म ने 1.29 करोड़ रुपए हड़प लिए। कोचिंग के ही मार्केटिंग मैनेजर ने दोनों फर्म के प्रतिनिधियों से कोचिंग प्रबंधन की मुलाकात करवाई थी। इन्होंने कोचिंग को स्टूडेंट्स की फर्जी OMR शीट्स भेज दी। उद्योग नगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सीकर की प्राइवेट कोचिंग के मैनेजर दुर्गेश कुमार ने उद्योग नगर थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उनकी कोचिंग कक्षा 9 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करवाती हैं। परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने पर छात्रों को संस्था में प्रवेश लेने पर फीस में स्कॉलरशिप की छूट भी दी जाती है।
कोचिंग में मार्केटिंग मैनेजर ने दी फर्मों की जानकारी एफआईआर में आरोप है कि कोचिंग में राहुल पांडे मार्केटिंग मैनेजर ने परीक्षा आयोजित करवाने वाली एक फर्म की जानकारी दी। इसके बाद राहुल पांडे ने फर्म के लोगों से मीटिंग करवाई। इस मीटिंग में नवनीत कुमार अंकित, नवनीत की पत्नी नीलम, राहुल की पत्नी रुचि चौपड़ा, सुप्रभ मिश्रा आए। उन्होंने बताया कि उनकी फर्म एकेडमिक एडवाइजर्स के नाम से है। जो इस तरह के एग्जाम आयोजित करवाती हैं।
ऐसे में सीकर की प्राइवेट कोचिंग ने फर्म से MOU कर लिया। इसमें यह लिखा था कि फर्म यूपी, बिहार, दिल्ली, NCR में 2 लाख बच्चों से यह परीक्षा दिलवाएगा। इसके बदले फर्म को 100 रुपए प्रति स्टूडेंट के हिसाब से देगा। परीक्षा के बदले स्टूडेंट के पेरेंट्स से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
2 लाख बच्चों के एडमिशन फॉर्म और OMR शीट करानी थी उपलब्ध परीक्षा के प्रचार के लिए आवश्यक बुकलेट, पेपर और OMR शीट भी कोचिंग को ही तैयार करवाकर फर्म की ओर से देनी थी। फर्म 2 लाख बच्चों के एडमिशन फॉर्म और OMR शीट कोचिंग को उपलब्ध करवाएगा। साथ ही जिन 2 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया, उनके पहले के एजुकेशनल रिकॉर्ड भी उपलब्ध करवाने थे। यदि 2 लाख से कम डेटा प्रोवाइड करवाता है तो कोचिंग फर्म को दी जाने वाली राशि में कटौती कर सकती है।
ऐसे में उस फर्म ने 2 लाख स्टूडेंट्स की OMR शीट तो कोचिंग को भेज दी, लेकिन उनके एजुकेशनल रिकॉर्ड और कांटेक्ट नंबर नहीं भेजे। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो कहा कि अभी हम कहीं एग्जाम करवा रहे हैं। उसके बाद में डिटेल भेजेंगे।
जब सीकर की प्राइवेट कोचिंग ने फर्म की ओर से भेजी OMR शीट को स्कैन करवाया तो वह फर्जी मिली। किसी भी बच्चे की कोई परीक्षा नहीं ली गई। न ही किसी बच्चे के पेरेंट्स के पास सीकर की कोचिंग की बुकलेट और अन्य प्रचार सामग्री पहुंची। राहुल और फर्म ने 1.11 करोड़ रुपए हड़प लिए। उद्योग नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच ASI बीरबल सिंह कर रहे हैं।
इसी प्राइवेट कोचिंग के साथ परीक्षा करवाने के नाम पर मास्टर योर नॉलेज एकेडमिक ने भी 18 लाख 87 हजार 956 रुपए हड़प लिए। मामले की जांच भी ASI बीरबल सिंह कर रहे हैं।







